Posts

कहानी:विश्वास विश्वास में अंतर।

Image
 विश्वास तथा विश्वास में अंतर एक बार, दो बहुमंजिली इमारतों के बीच, बंधी हुई एक तार पर लंबा सा बाँस पकड़े, एक कलाकार चल रहा था ।* *उसने अपने कन्धे पर अपना बेटा बैठा रखा था ।  सैंकड़ों, हज़ारों लोग दम साधे देख रहे थे।*  *सधे कदमों से, तेज हवा से जूझते हुए, अपनी और अपने बेटे की ज़िंदगी दाँव पर लगाकर, उस कलाकार ने दूरी पूरी कर ली।*

कहानी:संयम का महत्त्व।

Image
 कहानी:संयम का महत्त्व।   *आज की कहानी - संयम का महत्व* कहने को तो संयम बहुत ही छोटा सा शब्द है पर समझने को बहुत ही बड़ा है आज में आपको एक छोटी की घटना का उल्लेख कर रहा हूँ जो समझ गया समझो जीवन का गूढ़ रहस्य समझ गया और जो न समझा सका उसे ईश्वर ही सदबुद्धि दे।🙏🏻🙏🏻 एक देवरानी और जेठानी में किसी बात पर जोरदार बहस हुई और दोनो में बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक दूसरे का मुँह तक न देखने की कसम खा ली और अपने-अपने कमरे में जा कर दरवाजा बंद कर लिया।परंतु थोड़ी देर बाद जेठानी के कमरे के दरवाजे पर खट-खट हुई। जेठानी तनिक ऊँची आवाज में बोली कौन है, बाहर से आवाज आई दीदी मैं ! जेठानी ने जोर से दरवाजा खोला और बोली अभी तो बड़ी कसमें खा कर गई थी। अब यहाँ क्यों आई हो ? देवरानी ने कहा दीदी सोच कर तो वही गई थी, परंतु माँ की कही एक बात याद आ गई कि जब कभी किसी से कुछ कहा सुनी हो जाए तो उसकी अच्छाइयों को याद करो और मैंने भी वही किया और मुझे आपका दिया हुआ प्यार ही प्यार याद आया और मैं आपके लिए चाय ले कर आ गई। बस फिर क्या था दोनों रोते रोते, एक दूसरे के गले लग गईं और साथ बैठ कर चाय पीने लगीं। जीवन मे क्रोध को क्र

शाहुकार और बुद्धिमान लड़की।

Image
शाहुकार और बुद्धिमान लड़की। एक साहूकार से गरीब किसान ने कर्ज लिया था। बहुत कोशिशों के बाद भी वह कर्ज चुका नहीं पा रहा था। एक दिन साहूकार ने  किसान  से कहा कि तुम मेरा कर्ज चुकाओ या तुम्हारी बेटी की शादी मुझसे करवाओ। ये सुनकर किसान और लड़की परेशान हो गए। किसान ने कहा कि ये ठीक नहीं। ऐसा नहीं हो सकता।

प्रेरक प्रसंग :किसके भाग्य का खा रहा है?

Image
  प्रेरक प्रसंग  : भाग्य का धन * एक आदमी ने नारदमुनि से पूछा मेरे भाग्य में कितना धन है... : नारदमुनि ने कहा - भगवान विष्णु से पूछकर कल बताऊंगा... : नारदमुनि ने कहा- 1 रुपया रोज तुम्हारे भाग्य में है... : आदमी बहुत खुश रहने लगा... उसकी जरूरते 1 रूपये में पूरी हो जाती थी... : एक दिन उसके मित्र ने कहा में तुम्हारे सादगी जीवन और खुश देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं और अपनी बहन की शादी तुमसे करना चाहता हूँ... : आदमी ने कहा मेरी कमाई 1 रुपया रोज की है इसको ध्यान में रखना... इसी में से ही गुजर बसर करना पड़ेगा तुम्हारी बहन को... : मित्र ने कहा कोई बात नहीं मुझे रिश्ता मंजूर है... : अगले दिन से उस आदमी की कमाई 11 रुपया हो गई... : उसने नारदमुनि को बुलाया की हे मुनिवर मेरे भाग्य में 1 रूपया लिखा है फिर 11 रुपये क्यो मिल रहे है...?? : नारदमुनि ने कहा - तुम्हारा किसी से रिश्ता या सगाई हुई है क्या...?? : हाँ हुई है... : तो यह तुमको 10 रुपये उसके भाग्य के मिल रहे है... इसको जोड़ना शुरू करो तुम्हारे विवाह में काम आएंगे... : एक दिन उसकी पत्नी गर्भवती हुई और उसकी कमाई 31 रूपये हो

प्रेरक प्रसंग : दूसरों की समस्या

Image
 आज का प्रेरक प्रसंग दूसरों की समस्या एक चूहा एक कसाई के घर में बिल बना कर रहता था।एक दिन चूहे ने देखा कि उस कसाई और उसकी पत्नी एक थैले से कुछ निकाल रहे हैं।  चूहे ने सोचा कि शायद कुछ खाने का सामान है। उत्सुकतावश देखने पर उसने पाया कि वो एक चूहेदानी थी।ख़तरा भाँपने पर उस ने पिछवाड़े में जा कर कबूतर को यह बात बताई कि घर में चूहेदानी आ गयी है।कबूतर ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि मुझे क्या? मुझे कौनसा उस में फँसना है?निराश चूहा ये बात मुर्गे को बताने गया। मुर्गे ने खिल्ली उड़ाते हुए कहा… जा भाई.. ये मेरी समस्या नहीं है। हताश चूहे ने बाड़े में जा कर *बकरे* को ये बात बताई… और बकरा हँसते हँसते लोटपोट होने लगा। उसी रात चूहेदानी में खटाक की आवाज़ हुई, जिस में एक ज़हरीला *साँप* फँस गया था। 3 अँधेरे में उसकी पूँछ को चूहा समझ कर उस कसाई की पत्नी ने उसे निकाला और साँप ने उसे डस लिया। तबीयत बिगड़ने पर उस व्यक्ति ने हकीम को बुलवाया। हकीम ने उसे *कबूतर* का सूप पिलाने की सलाह दी। कबूतर अब पतीले में उबल रहा था। खबर सुनकर उस कसाई के कई रिश्तेदार मिलने आ पहुँचे जिनके भोजन प्रबंध हेतु अगले दिन उसी *मुर्गे* को

प्रेरक-प्रसंग:आपके अपनों को पहचाने और.......

Image
प्रेरक-प्रसंग:आपके अपनों को पहचाने और.......  जब शादी की तारीख फिक्स हो जाती है तो लड़की का बाप लड़के के बाप से पूछता है कितनी बारात लाओगे? लड़के का बाप कहता है तीन सौ। लड़की का बाप बोलता है इतनी बारात बहुत ज्यादा हो जाएगी, दो सौ बारात ले आना। लड़के का बाप कहता है दो सौ बारात में हमें नहीं होगी हमारी इज्जत चली जाएगी। गांव में हर घर से कम से कम एक आदमी तो पूछना ही पड़ेगा तो सिर्फ गांव के दो सौ लोग हो जाएंगे फिर हमारे रिश्तेदार और घर की औरतें हो जाएंगी, जिसे नहीं पूछेंगे वही बुरा मान जाएगा इसलिए कम से कम तीन सौ लोग आएंगे।  हम तो आपके हालात देखकर तीन सौ बाराती ला रहे हैं वरना हमारा परिवार इतना बड़ा है कि और इतने नाते रिश्तेदार हैं कि हमें चार सौ बाराती से ज्यादा लाना चाहिए। कुछ दिनों बाद जब उसी लड़के वालों के घर में कोई बीमार हो जाता है तो पूरे गांव में कोई एक यूनिट खून देने वाला नहीं मिलता। सोशल मीडिया में अपील करना पड़ता है। अगर किसी से झगड़ा हो जाता है तो पूरे गांव में दो लोग ऐसे नहीं मिलते जो कोर्ट में चलकर ज़मानत ले लें। मेरा मानना है कि *बारात में सिर्फ उन्हें ही लेकर जाना चाहिए जो*

प्रेरक प्रसंग:कामयाब नहीं, काबिल बनो।

Image
कामयाब नहीं, काबिल बनो। =================== पिता बेटे को डॉक्टर बनाना चाहता था। बेटा इतना मेधावी नहीं था कि NEET क्लियर कर लेता। इसलिए  दलालों से MBBS की सीट खरीदने का जुगाड़ किया । ज़मीन, जायदाद, ज़ेवर सब गिरवी रख के 35 लाख रूपये दलालों को दिए, लेकिन अफसोस वहाँ धोखा हो गया। अब क्या करें...? लड़के को तो डॉक्टर बनाना है कैसे भी...!!

प्रेरक प्रसंग: उपकार

Image
प्रेरक कहानी : उपकार रमाशंकर की कार जैसे ही सोसायटी के गेट में घुसी, गार्ड ने उन्हें रोक कर कहा.. . “साहब, यह महाशय आपके नाम और पते की चिट्ठी ले कर न जाने कब से भटक रहे हैं।” . रमाशंकर ने चिट्ठी ले कर देखा, नाम और पता तो उन्हीं का था, पर जब उन्होंने चिट्ठी लाने वाले की ओर देखा तो उसे पहचान नहीं पाए।  . चिट्ठी एक बहुत थके से बुज़ुर्ग ले कर आए थे। उनके साथ बीमार सा एक लड़का भी था।  .

कहानी:देना है तो साथ दो,सलाह नहीं चाहिए।

Image
प्रेरक कहानी: साथ दीजिए,सलाह नहीं। राजस्थानी reels देखने के लिए फोटो पर क्लिक करें । एक बार एक पक्षी समुंदर में से चोंच से पानी बाहर निकाल रहा था। दूसरे ने पूछा भाई ये क्या कर रहा है...  पहला बोला  समुंदर ने मेरे बच्चे डुबा दिए हैं , अब तो इसे सुखा कर ही रहूँगा।  यह सुन दूसरा बोला भाई तेरे से क्या समुंदर सूखेगा।  तू छोटा सा और समुंदर इतना विशाल। तेरा पूरा जीवन भी लग जायेगा तो भी तु समुद्र का कुछ नहीं बिगाड़ सकता है ।  पहला बोला  देना है तो साथ दे,सलाह नहीं चाहिए। यह सुन दूसरा पक्षी भी साथ लग लिया। ऐसे हज़ारों पक्षी आते गए और दूसरे को कहते गए  सलाह नहीं,साथ चाहिए।  

प्रेरक प्रसंग: बंदर और शेर के स्वभाव वाले व्यक्तियों में अंतर

Image
प्रेरक प्रसंग:  बंदर और शेर के स्वभाव वाले व्यक्तियों में अंतर। एक आदमी और उसकी पत्नी चिड़ियाघर घूमने गए।  पक्षियों और जानवरों को देखते-देखते वो बंदर के पिंजरे के पास पहुंचें।  वहां उन्होंने देखा कि एक बंदर अपनी मादा के साथ बड़े प्यार से खेल रहा था। यह देखकर पत्नी ने बड़े उत्साह से अपने पति से कहा: देखो, कितना रोमांटिक जानवर है।  अपनी मादा के साथ  कितने प्यार से खेल रहा है।  पति चुप रहा। पति-पत्नी आगे गए,  तो उन्हें शेर का पिंजरा नज़र आया। वहां उन्होंने देखा कि शेर और शेरनी दूर-दूर बड़े आराम से बैठे थे।  खामोश शेर एक कोने में अकेला बैठा था जैसे शेरनी का कोई अस्तित्व ही नहीं हो। यह देखकर पत्नी ने थोड़े दुखी मन से कहा: कैसा जानवर है।  बिलकुल अलग ही बैठा है,  जैसे शेरनी को जानता ही नहीं।  इनका आपस में बिलकुल प्यार नहीं लगता।  पति से रहा नहीं गया।

प्रेरक प्रसंग:मनुष्य शाकाहारी है या मांसाहारी ??

Image
 शाकाहार की महिमा मनुष्य मांसाहारी है या शाकाहारी है.....  एक बार एक चिंतनशील शिक्षक ने अपने 10th स्टेंडर्ड के बच्चों से पूछा कि आप लोग कहीं जा रहे हैं और सामने से कोई कीड़ा मकोड़ा या कोई साँप छिपकली या कोई गाय-भैंस या अन्य कोई ऐसा विचित्र जीव दिख गया, जो आपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा हो, तो प्रश्न यह है कि आप कैसे पहचानेंगे कि वह जीव अंडे देता है या बच्चे ? क्या पहचान है उसकी ? अधिकांश बच्चे मौन रहे जबकि कुछ बच्चों में बस आंतरिक खुसर- फुसर चलती रही... । मिनट दो मिनट बाद फिर उस चिंतनशील शिक्षक ने स्वयम ही बताया कि बहुत आसान है,, जिनके भी कान बाहर दिखाई देते हैं वे सब बच्चे देते हैं और जिन जीवों के कान बाहर नहीं दिखाई देते हैं वे अंडे देते हैं.... ।। फिर दूसरा प्रश्न पूछा कि- ये बताइए आप लोगों के सामने एकदम कोई प्राणी आ गया... तो आप कैसे पहचानेंगे की यह शाकाहारी है यामांसाहारी ?

प्रेरक प्रसंग:शब्दों का सही चयन।

Image
 *प्रेरक कहानी:  शब्दो का सही चुनाव* राजस्थानी REELS देखने के लिए फोटो पर क्लिक कीजिए। एक बार एक राजा ने स्वप्न में देखा कि उसके सारे दाँत टूट गये है, केवल सामने का एक बड़ा दाँत ही मुँह में बचा हैं।          सुबह राजा ने दरबार में अपना स्वप्न सुनाया, और उसका प्रतिफल जानना चाहा। मंत्रियों ने सलाह दी कि स्वप्न विशेषज्ञों को बुलाकर स्वप्न का फलादेश पूछा जायें।          राज्य में ढिंढोरा फिरवा कर घोषणा कि गयी कि जो भी विद्वान, ज्ञानी, राजा को उनके स्वप्न का फलादेश बतायेगा, उसे उचित ईनाम दिया जायेगा। कई व्यक्ति दरबार में आये, परन्तु कोई भी राजा को सही जवाब से संतुष्ट नहीं कर सका।

तजुर्बा

Image
 तजुर्बा तजुर्बा किस प्रकार हमारी गलतियों को कम कर देता है और हमे विशिष्ट लोगों की श्रेणियों में लाकर खड़ा कर देता है, इसे इस लघु-कथा के माध्यम से समझा जा सकता है । एक बार की बात है एक बहुत बड़ा समुद्री जहाज पर्यटकों को लेकर एक सफ़र पर निकला था। कुछ समुद्री मील यात्रा करने के बाद अचानक जहाज का इंजन खराब हो गया। कैप्टन और वहाँ मौजूद इंजीनियरों ने इंजन को ठीक करने की काफी कोशिश की पर इंजन ठीक ही नहीं हो रहा था। परिणामस्वरूप लोगों के मन में भय समाने लगा कि पता नहीं अब क्या होगा! अंत में थक-हारकर कैप्टन ने बंदरगाह कार्यालय से संपर्क किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बंदरगाह से कुछ इंजीनियरों को हेलिकॉप्टर से भेजा गया।  

कवि और जलेबी बाई ।

Image
कागद ही पर जान गवायों।

प्रेरक-प्रसंग:एक शादी ऐसी भी.

Image
 प्रेरक-प्रसंग:एक शादी ऐसी भी.  प्रेरक-प्रसंग:एक शादी ऐसी भी.  उत्तर प्रदेश  प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके की रहने वाली आरती मौर्य की शादी नजदीक के ही गांव के अवधेश से तय हुई थी| 8 दिसंबर को बारात आनी थी | दोनों ही घरों में शहनाइयां बज रही थीं | परिवार के सदस्य और दूसरे मेहमान तैयार हो रहे थे, तभी दोपहर 1.00 बजे के करीब एक छोटे बच्चे को बचाने के चक्कर में दुल्हन आरती का पैर फिसल गया और वह छत से नीचे गिर गई | उसकी रीढ़ की हड्डी पूरी तरह टूट गई | कमर और पैर समेत शरीर के दूसरे हिस्सों में भी चोट आई | 

प्रेरक प्रसंग:संघर्ष का महत्व.

Image
  प्रेरक प्रसंग :संघर्ष का महत्व Ranveer Bijaraniya और Subhash Bijarniya लोगों से लिए हुए रुपयों को लौटाने को लेकर क्या वादा किया, यह सुनने और देखने के लिए नीचे लगी हुई photo पर Click करें.  एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया। कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये। हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जाये। एक दिन बड़ा तंग आ कर उसने परमात्मा से कहा – 

प्रेरक-प्रसंग:जीवन और समस्याएं.

Image
 प्रेरक प्रसंग: ‘जीवन और समस्याएं’ किसी शहर में, एक आदमी प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था। वो अपनी ज़िन्दगी से खुश नहीं था, हर समय वो किसी न किसी समस्या से परेशान रहता था। एक बार शहर से कुछ दूरी पर एक महात्मा का काफिला रुका । शहर में चारों और उन्ही की चर्चा थी। बहुत से लोग अपनी समस्याएं लेकर उनके पास पहुँचने लगे, उस आदमी ने भी महात्मा के दर्शन करने का निश्चय किया। छुट्टी के दिन सुबह-सुबह ही उनके काफिले तक पहुंचा । बहुत इंतज़ार के बाद उसका नंबर आया। पूरी कहानी पढ़ने के लिए यहां CLICK करें.  वह बाबा से बोला-

क्रिकेट स्टार :मूमल मेहर

Image
गांव की यह लड़की सूर्यकुमार यादव की तरह लगाती है चौके-छक्के, गरीबी ऐसी की पैरों में जूते तक नहीं.  क्रिकेट खेलती हुई मूमल का Video देखने के लिए इस  photo पर click करें. 

सरदार पटेल की कर्तव्यनिष्ठा

Image
  सरदार पटेल की कर्तव्यनिष्ठा सरदार बल्लभ भाई  पटेल अदालत में एक मुकदमे की पैरवी कर रहे थे। मामला बहुत गंभीर था। थोड़ी सी लापरवाही भी उनके क्लायंट को फांसी की सजा दिला सकती थी। सरदार पटेल जज के सामने तर्क दे रहे थे। तभी एक व्यक्ति ने आकर उन्हें एक कागज थमाया। पटेल जी ने उस कागज को पढ़ा। एक क्षण के लिए उनका चेहरा गंभीर हो गया। लेकिन फिर उन्होंने उस कागज को मोड़कर जेब में रख लिया।

दूसरों के घरों में झगड़े ना करवाओ।

Image
प्रेरक प्रसंग:दूसरों के घरों में झगड़े ना करवाओ।       एक सहेली ने दूसरी सहेली से पूछा:-   बच्चा पैदा होने की खुशी में तुम्हारे पति ने तुम्हें क्या तोहफा दिया ? सहेली ने कहा - कुछ भी नहीं!     उसने सवाल करते हुए पूछा कि क्या ये अच्छी बात है ? क्या उस की नज़र में तुम्हारी कोई कीमत नहीं ?  Read more पर click करके पूरी कहानी पढ़ें.  

प्रेरक प्रसंग : बुरो न मिल्यो को्‍य

Image
 प्रेरक प्रसंग : बुरो न मिल्यो को्‍य  एक राजा को जब पता चला कि मेरे राज्य में एक ऐसा व्यक्ति है जिसका सुबह-सुबह मुख देखने से दिन भर भोजन नही मिलता है। सच्चाई जानने के इच्छा से उस व्यक्ति को राजा ने अपने साथ सुलाया। दुसरे दिन राजा की व्यस्तता ऐसी बढ़ी कि राजा शाम तक भोजन नही कर सका ।

कहानी: Nexa कंपनी ने लोगों को कैसे उल्लू बनाया.

Image
Nexa जैसी कंपनी कैसे लूटती है लोगों को?  एक बार एक आदमी ने गाँव वालों से कहा कि वो 100 रु. में एक बन्दर 🐒 खरीदेगा, ये सुनकर सभी गाँव वाले नजदीकी जंगल की ओर दौड़ पड़े.  पूरी कहानी पढ़ने के लिए  Read more पर click करें. 

कहानी:न्यायसंगत

Image
प्रेरक प्रसंग: ईश्वरीय न्याय  " ईश्वरीय न्याय " *--------------------* एक बार दो आदमी एक मंदिर के पास बैठे गपशप कर रहे थे ! थोड़ी देर में वहां एक आदमी और आया और वो भी उन दोनों के साथ बैठकर गपशप करने लगा ! शाम ढल आई और बादल उमड़ने के साथ तेज बारिश के आसार भी नजर आने लगे !* *तीनों को बहुत जोर  से  भूख लग रही थी पर खराब मौसम के चलते कहीं बाहर जाने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही थी !* *पहला आदमी बोला - मेरे पास 3 रोटी है फिर दूसरा बोला - मेरे पास 5 रोटी हैं ! हम तीनों मिल बांट कर खा लेते है ! उसके बाद दूसरा सवाल आया कि 8 (3+5) रोटी तीन आदमियों में कैसे बांट पाएंगे ?*

प्रेरक प्रसंग : झटके और आगे बढ़े.

Image
 📔आज का प्रेरक प्रसंग📔     !! झटक कर आगे बढ़ जाएं !! बहुत समय पहले की बात है , किसी  गाँव में एक किसान रहता था . उसके पास बहुत सारे जानवर थे , उन्ही में से एक गधा भी था . एक दिन वह चरते चरते खेत में बने एक पुराने सूखे हुए कुएं के पास जा पहुचा और अचानक ही उसमे  फिसल कर गिर गया . गिरते ही उसने जोर -जोर से चिल्लाना शुरू किया -” ढेंचू-ढेंचू ….ढेंचू-ढेंचू ….” कहानी: माँ ऐसी ही होती है.  उसकी आवाज़ सुन कर खेत में काम कर रहे लोग कुएं के पास पहुचे, किसान को भी बुलाया गया . किसान ने स्थिति का जायजा लिया , उसे गधे पर दया तो आई लेकिन उसने मन में सोचा  कि इस बूढ़े गधे को बचाने से कोई लाभ नहीं है और इसमें मेहनत भी बहुत लगेगी और साथ ही कुएं की भी कोई ज़रुरत नहीं है , 

प्रेरक प्रसंग : प्रथम अवसर

Image
 *♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*                   !! प्रथम अवसर !!                  एक किसान की बहुत ही सुन्दर बेटी थी। एक नौजवान लड़का उस किसान की बेटी से शादी की इच्छा लेकर किसान के पास आया।  उसने किसान की बेटी से शादी करने की इच्छा जताई। किसान ने उसकी ओर देखा और कहा- युवक तुम खेत में जाओ, मैं एक-एक करके तीन बैल छोड़ने वाला हूँ। यदि तुम तीनों बैलों में से किसी एक की भी पूँछ पकड़ लो तो मैं अपनी बेटी की शादी तुमसे कर दूँगा. 

प्रेरक प्रसंग : माँ का प्यार

Image
 प्रेरक प्रसंग : माँ का प्यार कहानी: माँ का प्यार  एक बार एक प्रोफेसर अपनी क्लास में बच्चों को एक कहानी सुना रहे थे......... एक बार समुद्र के बीच एक बड़े जहाज पर भयानक दुर्घटना हो गयी. कप्तान ने तुरंत जहाज को खाली करने का आदेश दिया. 

प्रेरक प्रसंग:जब ठगे गए गणेशजी

Image
 प्रेरक प्रसंग:जब ठगे गए गणेशजी                     कहानी : जब ठगे गए गणेश जी गणेश जी विघ्न विनाशक व शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। अगर कोई सच्चे मन से गणोश जी की वंदना करता है, तो गौरी नंदन तुरंत प्रसन्न होकर उसे आशीर्वाद प्रदान करते हैं।  वैसे भी गणेश जी जिस स्थान पर निवास करते हैं, उनकी दोनों पत्नियां ऋद्धि तथा सिद्धि भी उनके साथ रहती हैं उनके दोनों पुत्र शुभ व लाभ का आगमन भी गणेश जी के साथ ही होता है।  Amazon की मनपसंद best Seller watches  खरीदने के लिए इस photo पर click करें.  कभी-कभी तो भक्त भगवान को असमंजस में डाल देते हैं। पूजा-पाठ व भक्ति का जो वरदान मांगते हैं, वह निराला होता है।

प्रेरक प्रसंग : चमत्कार

Image
 प्रेरक प्रसंग : चमत्कार                      कहानी : चमत्कार  *एक कंपनी की हर दीपावली की पूर्व संध्या पर एक पार्टी और लॉटरी आयोजित करने की परंपरा थी..!* *लॉटरी ड्रा के नियम इस प्रकार थे: प्रत्येक कर्मचारी एक फंड के रूप में सौ रुपये का भुगतान करता है..!* *कंपनी में तीन सौ लोग थे,यानी कुल तीस हजार रुपये जुटाए जाते हैं..! विजेता सारा पैसा ले जाता है..!* *लॉटरी ड्रा के दिन कार्यालय चहल-पहल से भर गया..! सभी ने कागज की पर्चियों पर नाम लिखकर लॉटरी बॉक्स में डाल दिया..!*हा

प्रेरक प्रसंग : खराब सब्जियाँ

Image
 प्रेरक प्रसंग : खराब सब्जियाँ               एक दिन दोपहर को एक दोस्त के साथ सब्जी बाज़ार टहलने गया..! अचानक, फटे कपड़ों में एक बूढ़ा आदमी हाथ में हरी सब्जियों की थैलियां लेकर हमारे पास आया..!* *उस दिन सब्जियों की बिक्री बहुत कम थी,पत्ते निर्जलित और पीले रंग के लग रहे थे और उनमें छेद हो गए थे जैसे कि कीड़ों ने काट लिया हो..!* *लेकिन मेरे दोस्त ने बिना कुछ कहे तीन थैली खरीद लिए..*

प्रेरक प्रसंग :पिता-पुत्र के प्यार का अंतर

Image
 प्रेरक प्रसंग :पिता-पुत्र के प्यार में अंतर                  कहानी: पिता पुत्र के प्यार का अंतर पापा पापा मुझे चोट लग गई खून आ रहा है 5 साल के बच्चे के मुँह से सुनना था कि पापा सब कुछ छोड़ छाड़ कर गोदी में उठाकर एक किलोमीटर की दूरी पर क्लिनिक तक भाग-भाग कर ही पहुँच गए ! दुकान कैश काउंटर सब नौकर के भरोसे छोड़ आये ! सीधा डाक्टर के केबिन में दाखिल होते हुए। डॉक्टर को बोले, देखिये डॉक्टर साहब मेरे बेटे को क्या हो गया है ??

बेटी : बहुमूल्य रत्न

Image
 प्रेरक प्रसंग  बेटी : माँ का बहुमूल्य रत्न  दिन के पश्चात अस्पताल से घर लौटी शैलजा, पर घर लौट कर भी तो वह बिस्तर पर ही है। अचानक पैर फिसल जाने के कारण पांव की हड्डी टूट गई थी। जब से वह बिस्तर पर है तब से उसकी 18 वर्षीय बेटी लेखा ने अपने कंधों पर सारी जिम्मेदारी ले रखी है। घर में खाना बनाना, फिर मां के लिए टिफिन भर के अस्पताल ले जाना, उन्हें खिलाना, बेड पैन देना, उनके शरीर को स्पंज करना, कपड़े बदलना सारी जिम्मेदारी लेखा ने बखूबी संभाल ली। एक नन्ही सी जान और काम हजार फिर भी चेहरे पर शिकन नहीं। इतने सब कामों के बीच भी अपनी पढ़ाई जारी रखना कोई मामूली बात नहीं है, परंतु लेखा ने उसे भी बखूबी संभाल लिया है क्योंकि इस साल उसे इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम देना है।